मटर व्यापारियों की मनमानी पर अंकुश लगाने का आश्वासन दिया विधायक ने

 
जालौन। हरी मटर के व्यापारियों द्वारा हरी मटर की बोली शाम तीन बजे होने के निर्णय को लेकर किसान मंडी परिसर में एकत्रित हुए और विरोध करते हुए सुबह बोली लगवाने की मांग की। बाद में मौके पर पहुंचे सदर विधायक को ज्ञान सौंपा जिसमें सदर विधायक ने सुबह बोली लगवाने का आश्वासन दिया। 
कुछ दिन पूर्व हरी मटर के व्यापारियों ने एसडीएम को ज्ञापन देते हुए बताया था कि हरी मटर की बोली नगर में कोंच मंडी के हिसाब से तय की जाती है। ऐसे में नगर की मंडी में ही हरी मटर की बोली लगाई जाएगी और यह बोली शाम तीन बजे लगाई जाएगी। इसको लेकर किसानों में रोष था। गुरूवार को शाम के समय होने वाली बोली के विरोध में किसान एकत्रित हुए। किसान सौरभ सेंगर, बृजेंद्र सेंगर, कैलाश बाबू, अरविंद, ललित पाल आदि कहा कि शाम के समय मटर की तुड़ाई शुरू हो जाती है। ऐसे में किसान माल लेकर जब मंडी में पहुंचेगा तो उसके पास माल बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। क्योंकि तोड़ी गई मटर को रखा नहीं जा सकता है। मटर रखने पर वह मुरझा जाती है और उसकी गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है। यदि बोली सुबह होती है तो किसान के पास विकल्प होता है कि वह फली को तुड़वाए या नहीं। यदि बोली किसान के मुताबिक न हो तो वह तुड़ार्इ्र अगले दिन भी करा सकता है। शाम के समय बोली होने पर यह विकल्प किसान के पास बचेगा ही नहीं। इस दौरान मंडी परिसर में पहुंचे सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा को किसानों ने ज्ञापन भी सौंपा। साथ ही उन्होंने मटर की झल्ली पर कटौती को कम किए जाने एवं 70 से 75 किग्रा भरती की झल्ली को शुरू कराने की मांग की। जिस सदर विधायक ने बोली को सुबह ही कराने का आश्वासन दिया साथ ही उनकी समस्याओं के समाधान की भी बात कही।
फोंटो परिचय: विधायक को ज्ञापन सौंपते किसान

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