--शिक्षक नेता सिद्ध गोपाल राजपूत ने कहा जिला अध्यक्ष विद्यासागर मिश्रा ने खेला जातिवाद का खेल
(विनय गुप्ता)
उरई(जालौन)। कल का दिन उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के इतिहास का काला दिन माना जाएगा। आज तक इस संगठन में ऐसा भेदभावपूर्ण, फर्जी एवं अलोकतांत्रिक निर्णय इसके पूर्व के किसी भी जिला अध्यक्ष द्वारा नहीं लिया गया।उक्त बात शिक्षक नेता सिद्ध गोपाल राजपूत ने कही!
उन्होंने आरोप लगाया कि जिलाअध्यक्ष विद्यासागर मिश्रा द्वारा फर्जी कार्य समिति से प्रस्ताव कराकर एक वर्ग विशेष का एकाधिकार स्थापित करते हुए ,राजेश बाबू शुक्ला को ब्लॉक अध्यक्ष व अपने रिश्तेदार निर्दोष द्विवेदी को महामंत्री बनाकर संगठन की छवि को धूमिल किया गया है ।और जिला संगठन के साथ-साथ प्रदेशीय संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राधे रमण त्रिपाठी को भी इस प्रकरण में सम्मिलित करके उनकी छवि के साथ-साथ प्रदेशीय नेतृत्व की भी छवि को धूमिल किया गया है।
शिक्षकों ने आरोप लगाया ब्लॉक के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय बृजेंद्र सिंह राजपूत के देहांत के उपरांत उनके फर्जी हस्ताक्षर बनाकर फर्जी कार्यकारिणी का गठन कर फर्जी रूप से अध्यक्ष व मंत्री का प्रस्ताव कर जिला अध्यक्ष के द्वारा संगठन विरोधी व्यक्तियों एवं अपने रिश्तेदार को पुरस्कृत एवं उपक्रत किया गया है ।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के शिक्षक जिलाअध्यक्ष के द्वारा फर्जी रूप से घोषित किए गए अध्यक्ष एवं मंत्री का बहिष्कार करते हैं। जिला अध्यक्ष विद्यासागर मिश्र द्वारा की जाने वाली इस फर्जी घोषणा को हम सभी अध्यापक लोग प्रदेश नेतृत्व के पास ले जाएंगे और जिला अध्यक्ष के द्वारा जो संगठन की छवि को धूमिल किया गया है,उसको संगठन के मुखिया दिनेश चंद्र शर्मा जी के पास रखेंगे!
इस मौके पर सिद्ध गोपाल राजपूत ,अजीत सर ,नीरज निरंजन ,चंद्र प्रकाश राजपूत, प्रदीप दीक्षित, दीपक पटेरया, शिवराम यज्ञिक, देवेंद्र सचान, शाह आलम, राहुल सांस्कृत्तियान, रामनारायण राजपूत जी फेरन सिंह राजपूत , अजीत राजपूत, रामकुमार, बृजेंद्र सिंह ,नीरज गुप्ता, पंकज गुप्ता ,मनोज ,प्रदीप निरंजन, अमित राजावत ,बबलू कुमार, इंदल सिंह, उदयभान राजपूत ,मनीष गुप्ता व अन्य शिक्षक मौजूद रहे।
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