बस अड्डे की दरकार आखिर कब सुनेगी सरकार, बस स्टैंड के लिए दशकों से तरस रहे नागरिक


कालपी(जालौन)। ऐतिहासिक व पौराणिक नगरी में बस स्टैंड न होने से यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। गर्मी, सर्दी, बारिश में भी लोगों को खुले आसमान के नीचे ही बसों का इंतजार करना पड़ता है।

  नगर में 80 के दशक में रोडवेज बसों के ठहराव एवं टिकट बुकिंग के लिए टरननगंज बाजार नुमाइश मैदान में हुआ करता था। समाज कल्याण विभाग के भवन में बस स्टैंड चलता था, जहां से लोगों को बसों के आने जाने का समय व अन्य जिलों के लिए बसों के रूट की जानकारी दी जाती थी, लेकिन करीब 20 साल पहले बस स्टैंड को खत्म कर दिया गया और यहां के स्टाफ को उरई शिफ्ट कर दिया गया है। नगर को बस स्टैंड विहीन कर दिया गया। उसके बाद से रोडवेज बसों के ठहराव का कोई स्थल नगर में नही बचा। झांसी-कानपुर हाईवे पर नगर में बने ओवरब्रिज से रोडवेज बसें फर्राटा भरते हुए निकल जाती हैं। बस स्टैंड न होने से चिलचिलाती धूप, सर्दी, बरसात में खुले में खड़े रहकर यात्रियों को बस का इंतजार करना पड़ता है। रात में दुकानें बंद होने के बाद यात्रियों को लुटने का खतरा बना रहता है। सामाजिक व राजनीतिक दलों के लोगों ने कई बार बस स्टैंड बनवाने के लिए ज्ञापन दिया, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। नगरवासियों पुष्पेंद्र सिंह, यतेंद्र, मुश्ताक, मलखान बताते हैं कि यात्रियों की कठिनाइयों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अधिशाषी अधिकारी ने बताया कि दुर्गा मंदिर के समीप एक अस्थायी स्टैंड बनाया गया है, जहां पर यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है।
फोटो परिचय- भरी दोपहरी में खुले में बस का इंतजार करते यात्री

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