0 छौलापुर में निर्माण दिन टंकी की पिलर टूटकर जमीन पर गिरे
जालौन। नमामि गंगे योजना के तहत जालौन नगर के समीपस्थ ग्राम छौलापुर में बीती रात्रि आयी भयंकर आंधी ने निर्माणाधीन टंकी के पिलर टूटकर जमीन पर गिरे जिससे पास में ही बना एक भूसाघर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया तो वहीं गांव के ही एक किसान की खड़ी थ्रेसर की ट्राली भी चकनाचूर हो गयी। गनीमत यह रही कि रात्रि का समय था लिहाजा जनहानि होने से बच गयी।
प्रातः जैसे ही निर्माणाधीन टंकी के पाये गिरने से जानकारी नमामि गंगे योजना से जुड़े अधिकारियों को पता चली तो आनन फानन में उनकी टीम मौके पर पहुंची और वहां से टंकी के टूटकर क्षतिग्रस्त हुये पिलरों को हटवाया। जब उक्त संबंध में जल निगम के एक्सईएन अंचल गुप्ता से जानकारी चाही तो उनका कहना था कि छौलापुर में निर्माणाधीन टंकी के पिलर आंधी के चलते टूटे है वह निर्माणाधीन थी लिहाजा उसकी जांचकर कार्यदायी संस्था के विरुद्ध कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नमामि गंगे परियोजना में जो भी निर्माण कार्य कराया जा रहा है उनमें मानकों की अनदेखी कार्यदायी संस्था व उनके पेटी ठेकेदार द्वारा की जा रही है यही कारण कि उनके गांव में निर्माणाधीन टंकी के पिलर गिरना तो एक संयोग है यदि समय रहते मानकों की इसी तरह से अनदेखी होती रही तो आने वाले समय में ग्रामीणों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
उल्लेखनीय है कि जनपद के ग्रामीणांचल में हर घर से नल से जल पहुंचाने के लिए सरकार की महत्वपूर्ण नमांमि गंगे परियोजना चलायी जा रही। चलायी जा रही परियोजना के तहत ग्राम छौलापुर में पानी की टंकी का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके साथ पाइपलाइन डालने के काम के साथ टोटी लगाने का काम चल रहा है। पानी की टंकी के निर्माण के लिए मंगलवार को पिलर बनाये गये थे। बुधवार की मध्य रात्रि को आयी आंधी में निर्माणाधीन टंकी का स्टेक्चर भरभरा कर जमीन पर गिर गया। पिलर का मलवा गिरनें के कारण बगल में टीन शेड का बना भूसा घर क्षतिग्रस्त हो तथा पास खड़ी जयराम सिंह राजावत की थ्रेसर की ट्राली क्षतिग्रस्त हो गयी। गनीमत रही कि उस समय घटना स्थल कोई व्यक्ति नहीं था नहीं तो दुर्घटना घट सकती थी। निर्माणाधीन पानी की टंकी धराशायी होने की सूचना लगते ही नमांमि गंगे परियोजना के टीम ने गुरुवार की सुबह पहुंच कर आननफानन में टंकी के मलवा को हटवा दिया है।
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आंधी से दर्जनों विद्युत पोल टूटे, अनेकों गांवों की आपूर्ति रही बाधित
जालौन। बीती देर रात में आंधी के कारण बिजली विभाग को नुकसान हुआ। पोल टूटने तथा पेड़ों के टूटने के कारण तार क्षतिग्रस्त हुए हैं। पोल व तार टूटने के कारण नगर समेत 35 गांवों की बिजली आपूर्ति प्रभावित हैं। नगर की आपूर्ति 11 घंटे में बहाल हो गयी जबकि ग्रामीण क्षेत्र की आपूर्ति को गुरुवार को भी ठप्प रही।
बुधवार को रात में हल्की बूंदाबांदी के साथ आंधी आ गयी थी । आंधी आने के बाद तापमान में गिरावट आने के कारण लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। आंधी आने के नगर व ग्रामीण की बिजली आपूर्ति ठप्प हो गयी। बुधवार की रात करीब साढ़े 11 बजे से नगर व ग्रामीण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप्प हो गयी।आंधी आने के कारण जगह जगह पेड़ उखड़ गये तथा टूट गये जिससे बिजली के पोल व तार क्षतिग्रस्त हो गये। आंधी आने के पेड़ों के गिरने से बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो गये। आंधी आने व पेड़ गिरने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में 17 व नगर क्षेत्र में बालाजी फीडर के बिजली 3 पोल टूट गये। इसके साथ दलालनपुरा में रखा ट्रांसफार्मर भी क्षतिग्रस्त हो गया। आंधी आने के कारण क्षतिग्रस्त हुए बिजली के पोल व तार के कारण नगर क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बुधवार की रात साढ़े 11 बजे से गुरुवार की सुबह 11 बजे तक बिजली आपूर्ति ठप्प रही। बिजली आपूर्ति ठप्प होने से जलापूर्ति भी ठप्प हो गयी। सुबह 11 बजे से बिजली आपूर्ति बहाल हो गयी थी। किन्तु इसके बाद पूरे दिन आना जाना लगा रहा। आंधी के कुसमरा, हरकौती, कामांक्षा व विश्व बैंक फीडर के 35 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप्प हो गयी थी। समाचार लिखे जाने तक लगभग 20 गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल हो गयी थी जबकि शेष 15 गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल कराने के साथ दलालनपुरा के ट्रांसफार्मर को ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। अवर अभियंता नवीन कुमार कंजोलिया ने बताया कि आंधी आने के कारण नगर व ग्रामीण क्षेत्र में 20 पोल टूट गये हैं तथा पेड़ गिरने के कारण तार क्षतिग्रस्त हो गये हैं। युद्धस्तर पर कर्मचारी काम करके बिजली आपूर्ति बहाल कराने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
फोटो परिचय----
छौलापुर गांव में निर्माणाधीन टंकी के टूटे पड़े पिलर।
जे पी जी 4 उरई
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