X देश के जाने-माने साहित्यकारों और कवियों के बीच यादगार बन गया मंडपम सभागार में आयोजित कार्यक्रम
X गीतकार पुष्पेंद्र पुष्प की प्रथम पुस्तक ने साहित्य जगत को दी हिंदी उर्दू गजल की नई चेतना
उरई(जालौन)! देश और प्रदेश में अपनी गजलों और गीतों से काव्य मंचों पर अपनी अलग छवि बनाने वाले युवा गीतकार पुष्पेंद्र पुष्प के प्रथम गजल संग्रह ख्वाहिशों के सिलसिले का आज रविवार को यहां नगर के राठ रोड स्थित मंडपम सभागार में भव्य लोकार्पण किया गया प्रथम सत्र के समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार पंडित यज्ञ दत्त त्रिपाठी ने व मुख्य आतिथ्य जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश ने तथा संचालन सुप्रसिद्ध कवित्री डॉक्टर रेनू चंद्रा ने किया इस दौरान दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें देश के जाने-माने कवियों ने अपनी रचनाएं पढ़कर समारोह को यादगार बना दिया।
साहित्य और संस्कृति के संवर्धन के लिए अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले मंडपम सभागार में रविवार की दोपहर जनपद के सुप्रसिद्ध युवा गीतकार पुष्पेंद्र पुष्प की प्रथम पुस्तक ख्वाहिशों के सिलसिले गजल संग्रह का भव्य लोकार्पण किया गया इस अवसर पर जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार पंडित यज्ञ त्रिपाठी ने कहा कि पुष्पेंद्र पुष्प की यह पुस्तक उनकी सामाजिक संवेदना का प्रतिरूप है उन्होंने उनके साहित्यिक समर्पण और निष्ठा को सच्ची साहित्यिक चेतना बतलाया तो वहीं वरिष्ठ साहित्यकार एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र पोतस्यायन ने कहा कि साहित्य संवर्धन और सामाजिक चेतना में पुष्पेंद्र पुष्प की साहित्य की यात्रा प्रभावशाली है वह साहित्य को नई दिशा देंगे। वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार अनिल शर्मा ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी उन्होंने कहा कि सामाजिक चेतना और परिवर्तन में साहित्यकार का योगदान महत्वपूर्ण होता है। अन्य मंचासीन अतिथियों में सुप्रसिद्ध शायर नासिर अली नदीम समारोह संचालन कर रही सुप्रसिद्ध कवियित्री डॉ रेनू चंद्रा और डॉ. माया सिंह माया ने गजल संग्रह ख्वाहिशों के सिलसिले पर अपने उदगार जताते हुए कहा कि पुष्पेंद्र पुष्प की सामाजिक संवेदना उनकी कविताओं गीतों और गजलों में दृष्टिगोचर होती है वह साहित्य के क्षेत्र में नए आयाम बनाएंगे उन्होंने पुष्पेंद्र पुष्प को मंगलमय शुभकामनाएं प्रदान की। दूसरे सत्र में आयोजित कवि सम्मेलन में युवा कवित्री प्रतीक्षा ने बड़ी ही प्रभावशाली सरस्वती स्तुति कर कवि सम्मेलन का आगाज किया इसी क्रम में अनूप शर्मा अनुपम अभिषेक अडजरिया छतरपुर शिवा अवस्थी कानपुर संजीव अग्निहोत्री गाज़ीपुर गोविंद गजब रायबरेली पंकज अभिराज झांसी अनुज अब लखनऊ तथा कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे राजीव राज इटावा ने अपनी अपनी रचनाओं से उपस्थित साहित्य प्रेमियों को साहित्य की विविध विधाओं से सराबोर और कर दिया। इस अवसर पर पुष्पेंद्र पुष्प के पिता राम गोपाल एवं मां श्रीमती उद्यवती प्रताप भान यादव विवेक मिश्रा शिवम सोनी अभिषेक गुप्ता शुभम राम जी गुप्ता राजीव यादव प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय महासचिव ठाकुरदास यादव विवेकानंद श्रीवास्तव सिद्धार्थ त्रिपाठी राम शंकर गौड़ शिरोमणि सोनी संजय शर्मा सीता खरे प्रिया दिव्यम श्रीवास्तव इंदू विवेक उदैनिया प्रगति मिश्रा सहित बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमी मौजूद रहे।
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