मंगलाभिषेक के बाद श्रृंगार दर्शन कर भक्त हुए भाव विभोर




- सेवायत लाला पंडित ने किया गिरिराज प्रभु का मंगलाभिषेक
 (रामकुमार शर्मा)
गोवर्धन। जन-जन के आराध्य गिरिराज प्रभु का मंगलाभिषेक के बाद हुए श्रृंगार के दर्शन कर भक्त भाव विभोर नजर आए। भगवान कृष्ण की प्रमुख लीलास्थली गोवर्धन में देवोत्थान एकादशी पर भक्ति की धारा प्रभावित हुई। गिरिराज नगरी में रविवार को भक्ति की धारा में प्रभावित हुई।

 तलहटी के दानघाटी मंदिर में गिरिराज जी के मंगला बेला में किए पंचामृत के महाअभिषेक व शाम की बेला में हुए फूल बंगले के दर्शन के लिए भक्त भावुक दिखाई दिए। गिरिराज प्रभु की छवि को भक्त अपलक निहारते रहे। दानघाटी मंदिर के सेवाधिकारी मथुरा दास कौशिक लाला पंडित के सानिध्य में गिरिराज जी का मंगला बेला में गाय के दूध, दही, घी, शहद व मानसी गंगा के जल से अभिषेक किया गया। गिरिराज के अभिषेक के बाद इत्र लगाकर मालिश की गई। मंगला बेला की तुलसी दल के साथ पोशाक धारण कराई और आरती उतारी गई। इस अवसर पर सेवाधिकारी लाला पंडित ने बताया कि बालकृष्ण स्वरूप में गिरिराज देव की पूजा है। बाल्यभाव में गिरिराज प्रभु को सुबह की बेला में प्रेम पूर्वक जगाकर मंगलाभिषेक किया जाता है। सांय बेला में गिरिराज महाराज श्रीकृष्ण के स्वरूप में सजाकर पोशाक धारण, हाथ में बांसुरी और सिर पर मुकुट धारण किया जाता है। सेवायत पवन कौशिक ने प्रभु के मनोरथ में भव्य फूल बंगला सजाकर छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया। इस दौरान मंदिर प्रांगण में प्रभु के दर्शन को भक्तों की कतार लगी रही। आयोजन के दौरान जगदीश प्रोहित, मोनू प्रोहित, कन्हैयालाल शर्मा, सतीश कौशिक, मीनालाल पुजारी आदि मौजूद रहे।
फोटो परिचय:- मंगलाभिषेक के बाद गिरिराज प्रभु का श्रृंगार करते सेवायत मथुरादास कौशिक लाला पंडित। 

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