गोवर्धन नगर पंचायत अध्यक्ष पर अनियमितता का आरोप





- नगर पंचायत अध्यक्ष पति की मनमानी से त्रस्त सभासद, जांच के आदेश
( रामकुमार शर्मा )
गोवर्धन। नगर पंचायत गोवर्धन के सभासदों ने चेयरमैन प्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लगाते हुए डीएम से हस्तक्षेप कर कार्यवाही की मांग की है। सभासदों का कहना है कि अध्यक्ष पति मनमाने तरीके से नगर पंचायत के कार्यों में दखल देकर कर्मचारियों पर दबाव बना रहे हैं और सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं।
   सभासदों ने बताया कि सेवानिवृत्त, मृतक और वर्तमान कर्मचारियों के बकाया तथा एसीपी भुगतान के लिए नगर पंचायत को करीब एक करोड़ सात लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई थी। इस धनराशि से कर्मचारियों को भुगतान होना था, लेकिन अध्यक्ष पति ने इसका उपयोग निर्माण कार्यों में कर डाला। कर्मचारियों को बकाया न मिलने से वे अपने हक के लिए अब हाईकोर्ट जाने को विवश हैं।
   सभासदों ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष पति कार्यालय में बैठकर कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की धमकी देते हैं और निजी कार्य कराते हैं। उन्होंने गत 12 अगस्त की घटना का भी जिक्र किया, जब ईओ की मौजूदगी में नगर पंचायत कार्यालय में टीसी से मारपीट, उनकी मां से अभद्रता और लिपिक का गला दबाने जैसी घटनाएं हुई थीं। उनका कहना है कि ईओ की निष्क्रियता इस पूरे प्रकरण में मिलीभगत का संकेत देती है।
   सभासदों ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ वार्डों में जानबूझकर सफाई और प्रकाश व्यवस्था नहीं कराई जा रही। शासन को भेजी जाने वाली डीपीआर में पक्षपात कर निजी व्यक्तियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। वहीं चिन्हित सभासदों के खिलाफ लगातार षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। यहां तक कि नगर पंचायत की सरकारी जमीनों पर मोटा लेनदेन कर अवैध कब्जे भी कराए जा रहे हैं।
सभासदों ने एडीएम और एसडीएम प्रजाक्ता त्रिपाठी से भी मुलाकात कर हरिपुरा मार्ग निर्माण में घटिया सामग्री के प्रयोग की शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडीएम ने एसडीएम को जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
इस मौके पर डीएम से शिकायत करने पहुंचे सभासदों में रेखा देवी, लक्ष्मी, रेनू, शिवपाल सिंह, पवन सैनी, सतीश और माधव शर्मा शामिल रहे।
फोटो : गोवर्धन में अपनी शिकायत दर्ज कराते नगर पंचायत के सभासद

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