रामपुरा,(जालौन)। तहसील माधौगढ. क्षेत्र के रामपुरा थाना क्षेत्र में चोरी छुपे अबैध रूप से हरे पेड़ों की कटाई और लकड़ी के भंडारण का मामला सामने आया है। जिसपे वन बिभाग का कोई भी कार्यवाही नहीं क़र रहा है। खुलेआम हो रहे इस खनन से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुँच रहा है बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी क्षति हो रही है।
ग्रामीणों के बताये अनुसार बड़ी मात्रा में टीहर निवासी ठेकेदार द्वारा काटी जा रही अबैध लकड़ी खेतों और रास्तों के किनारे पड़ी है। ग्रामीणों का कहना है कि कई दिनों से टीहर निवासी ठेकेदार द्वारा लगातार पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है। लकड़ी इकट्ठा की जा रही है और ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर बाहर भेजी जा रही है। ग्रामीण का कहना है आश्चर्य की बात यह है कि वन विभाग पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। विभागीय अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार की कार्रवाई न किए जाने से खनन माफियाओं के हौसले और बुलंद होते जा रहे हैं। गाँव के ही एक व्यक्ति ने बताया, कि रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम टीहर निवासी ठेकेदार लल्लू उर्फ़ हकक्ल पुत्र अज्ञात के द्वारा इलाके में जंगल और खेतों से पेड़ काटे जा रहे हैं, मगर आज तक कोई कार्रवाई न होने सें उल्टा अवैध कारोबारी और ज्यादा बेखौफ हैं।” वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक, हरे पेड़ों की इस तरह की अवैध कटाई पर्यावरण और खेती दोनों के लिए गंभीर खतरा है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में इलाके की हरियाली और भू-जल स्तर पर गहरा असर पड़ेगा।
अब देखना यह है, कि वन विभाग द्वारा अबैध खनन माफियायों पर कोई कर्यवाही होती है या नहीं। या प्रसासन अभी भी चुप्पी सादे रहता है,
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