*स्नेहलता रायपुरिया की रिपोर्ट*
भोपाल(मध्य प्रदेश) l शासकीय मौलाना आजाद सेंट्रल लाइब्रेरी भोपाल में एक दिवसीय गणितीय एवं खगोलीय मॉडलों की प्रदर्शनी अयोजन हुआ l राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 के परिप्रेक्ष्य में गणित एवं विज्ञान प्रदर्शनी मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल के सहयोग से प्रदर्शनी का अयोजन किया गया l
इस कार्यक्रम के स्रोत समन्वयक दीपक सोनी ने बताया कि विज्ञान एवं गणित की अवधारणाओ को गहराई से समझने के लिये कक्षा में यदि क्रियाशील नवाचारी मॉडलो का उपयोग किया जाए, तो यह छात्रों के लिए बहुत उपयोगी सबित होंगे l कार्यक्रम का उद्घाट्न पुस्तकालय की क्षेत्रीय ग्रन्थपाल रत्ना वाधवानी ने किया l
उन्होने अपने वक्तव्य में बताया कि स्कूलों में खगोल और गणित मॉडल का उपयोग न केवल विज्ञान और गणितीय समझ को बढाता है, बल्कि विद्यार्थियों में तार्किक चिंतन, रचनात्मकता और भविष्य के लिए प्रेरणा भी विकसित करता है l इस प्रदर्शनी का लाभ इस पुस्तकालय के लगभाग 500 अध्ययनरत छात्रों ने लिया l स्रोत व्यक्ति नीरज सिंह ठाकुर ने छात्रों के समक्ष विभिन्न मॉडलो के माध्यम से खगोलीय घाटनाओ को बहुत ही रुचिकर तरीके से समझाया l पुस्तकालय के छात्र-छात्राओं ने कई सवाल पूछे - * इस मॉडल में ग्रहो की स्थिति और दूरी को कैसे दिखाया गया है ? * क्या यह मॉडल ग्रहो की गति वस्ताविक समय में दिखता है ? * सूर्या और ग्रहो के आकार का अनुपात वस्ताविकता से कितना मिलता जुलता है ? * इस मॉडल में कौन से नक्षत्र या तारामंडल प्रदर्शित किये गए है ? * तारों की चमक और रंग को मॉडल में कैसे प्रस्तुत किया गया है ? * क्या यह मॉडल रात के आकाश का सटीक प्रतिनिधित्त्व करता है ? * ब्लैक हॉल के प्रभाव को इस मॉडल में कैसे समझाया गया है ? * मॉडल में घटना क्षितिज को कैसे दिखाया गया है ? इस अवसर पर पुस्तकालय के क्षेत्रीय ग्रंथपाल रत्ना वाधवानी, कार्यक्रम के प्रभारी संदीप जयपुरकर, जागेश चंद्र, शोभ खान और अन्य कर्मचारी सदस्य उपस्थित रहें l
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