महाराणा प्रताप की 486 वीं जयंती पर,करणी सेना ने फूलमाला पहनाकर किया स्वागत


0बैठक कर उनके आदर्शाे क़ो किया याद।
उरई(जालौन)। क्षत्रिय समाज की आन, बान, शान और दुनिया क़े वीर योद्धाओं में सुमार जाने जाने वाले बीर योद्धा महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया की 486 वीं जयंती पर भारतीय करणी सेना क़े जिलाध्यक्ष श्रीकृष्णा सिंह चौहान सहित सभी कार्यकर्ताओ ने बड़े ही धूमधाम से उनकी प्रतिमा पर फूलमाला पहनाकर मनाई।

शुक्रवार क़ो करणी सेना क़े जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण सिंह चौहान ने महाराणा प्रताप की जयंती क़े मौके पर पहले अपने घर पर समाज क़े दर्जनों कार्यकर्ताओ क़े साथ बैठक कर महाराणा प्रताप क़े जीवन शैली क़ो याद करते हुए उनकी वीरगाथाओं क़ो अपने साथियों क़ो याद कराया। साथ ही उनके बचपन क़े कीका नाम से परिचित कराया और उनके द्वारा लड़े गए हल्दीघाटी क़े युद्ध क़े दौरान वीरता और पराक्रम पर प्रकाश डाला गया। साथ उनके परिवार क़े बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महाराणा प्रताप क़े 17 बेटे 5 बेटियां और 11 पत्नियां थी जिनका भाला 81 किलो और कवच 72 किलो कथा और उनकी तलवार का बजन 1,80 किलो की थी। उन्होंने बताया कि महाराणा प्रताप ने सबसे ज्यादा युद्ध अकबर से लड़े जो 1577ई 1578,और 1579 क़े दशक क़े है। इसके बाद सभी कार्यकर्ताओ ने उरई क़े बघौरा चौराहे पर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस दौरान रमेश सिंह चौहान, रमन सिंह, गजेंद्र सिंह, लखन सिंह, मिस्टर सिंह, आनन्द सिंह, चन्द्रपाल सिंह, शशि शोमेंद्र पूजा सेंगर शीतल सेंगर सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।
फोटो परिचय-महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते करनी सेना पदाधिकारी 

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