विधालय में महिला दिवस पर राजयोगिनी ने नारियों का उत्साह बढ़ाया


कालपी(जालौन)। शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वावधान में  कालपी स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज कालपी में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
विधालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राज योगिनी योग शिक्षिका  रजनी पाल ने अपने सम्बोधन मे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं का सम्मान सिर्फ एक परंपरा या औपचारिकता नहीं। बल्कि समाज की उन्नति और विकास की सबसे अहम बुनियाद है। आज जब हम महिलाओं की ताकत और उपलब्धियों की बात करते हैं।तो 8 मार्च का दिन खुद-ब-खुद एक प्रतीक बन जाता है।यह सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि नारी शक्ति के संघर्ष, संकल्प और सफलता का उत्सव है। दुनिया भर में इस दिन को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राज योगिनी ने कहा कि यह दिन नारी सशक्तिकरण, समानता और अधिकारों की लंबी लड़ाई का परिणाम है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है। उन्होंने कहा कि 1911 में पहली बार ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया।रूस में 1917 की क्रांति के दौरान महिलाओं ने बड़ी संख्या में प्रदर्शन किया। उन्होंने युद्ध के खिलाफ आवाज उठाई और बेहतर अधिकारों की मांग की। महिलाओं के इस आंदोलन ने वहां की सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया तथा उन्हें वोटिंग का अधिकार मिला। यह प्रदर्शन 8 मार्च को हुआ था, इसलिए इस तारीख को महिला दिवस के रूप में चुना गया।संयुक्त राष्ट्र  ने 1977 में आधिकारिक रूप से 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस घोषित कर दिया।आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं -चाहे वह राजनीति हो, विज्ञान हो, खेल हो या फिर कला और व्यापार ।कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में उड़ान भरकर भारत का सिर ऊंचा किया।
 इंदिरा गांधी ने भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनकर राजनीति में अपनी अमिट छाप छोड़ी।  राजयोगिनी ने जोश भरते हुए कहा कि महिलाओं ने यह साबित कर दिया कि अगर उन्हें सही अवसर मिले, तो वे किसी भी क्षेत्र में कमाल कर सकती हैं। इस महिला दिवस के उपलक्ष्य में बच्चों को संकल्प दिलाया कि हम महिलाओं के सम्मान, उनके अधिकारों और उनकी उन्नति के लिए हमेशा आवाज उठाएंगे।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के भैया चंद्र प्रकाश ने योग शिक्षिका रजनी पाल को सावित्री बाई फुले का स्मृति भेट कर सम्मानित किया एवं विद्यालय की श्रीमती सोनाली जी,रमन जी,पुष्पा जी को सावित्री बाई फुले का स्मृति चित्रण देकर सम्मानित किया गया।आये हुए अतिथियों का आभार विद्यालय के आचार्य श्री चंद्रशेखर जी ने किया।कार्यक्रम मे विद्यालय के आचार्य रमेश ,अर्जुन प्रसाद मौर्य,रामबाबू ,अर्पित ,प्रखर ,अंकुर सुशील  आदि उपस्थित रहे।
फोटो परिचय-कार्यक्रम को संबोधित करती राजयोगिनी रजनी पाल

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